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कांग्रेस और एनसीपी में फ़र्क़ नहीं, चुनाव बाद क्षेत्रीय पार्टियों का कांग्रेस में विलय संभव-शरद पवार

 08 May 2024

राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी - शरदचंद्र पवार) प्रमुख़ और पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद क्षेत्रीय दल कांग्रेस के क़रीब आयेंगे या विलय कर लेंगे। उन्होंने कहा कि स्थिति जनता पार्टी (1977 में) सरकार जैसी बन सकती है। कुछ क्षेत्रीय पार्टियाँ अपने भविष्य को देखते हुए ऐसा फ़ैसला कर सकती हैं।राहुल गाँधी को क्षेत्रीय पार्टियों से बहुत समर्थन मिल रहा है। यह बात शरद पवार ने अंग्रेज़ी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस को दिये गये एक साक्षात्कार में कही है।

 


क्या एनसीपी का कांग्रेस में विलय?


शरद पवार से पूछा गया कि क्या एनसीपी-शरदचंद्र पवार पार्टी का कांग्रेस में विलय होगा? इसपर शरद ने कहा, “मैं कांग्रेस और हम में कोई अंतर नहीं समझता हूं, वैचारिक रूप से दोनों ही पार्टियाँ महात्मा गाँधी और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की सोच वाले हैं।” शरद पवार ने कांग्रेस में विलय या गठबंधन को लेकर अभी कुछ साफ़ नहीं किया है। उन्होंने कहा कि बिना सहयोगियों की सलाह के वे कोई निर्णय नहीं कर सकते हैं। लेकिन वैचारिक रूप से शरद की पार्टी कांग्रेस के क़रीब है।


शरद पवार ने कहा कि पार्टी की रणनीति और अगले क़दमों पर लिया जाने वाला कोई भी फ़ैसला सामूहिक रूप से लिया जायेगा। भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के साथ तालमेल बैठाना या उन्हें पचाना बहुत मुश्किल है।



शरद पवार ने इस लोकसभा चुनाव को बताया विशेष


शरद पवार ने इस लोकसभा चुनाव को पिछले लोकसभा चुनाव से बिलकुल अलग बताया है। उन्होंने कहा, “राजनीतिक दलों का एक बड़ा वर्ग भाजपा और नरेंद्र मोदी को पसंद नहीं करता है। इसलिए सभी दल भाजपा के ख़िलाफ़ एक हो गये हैं। उन्होंने कहा कि 2019 और 2024 लोकसभा चुनावों के बीच एक बड़ा अंतर है, पिछले लोकसभा चुनाव के बाद कई अधिक युवा लोग विपक्ष के साथ जुड़ रहे हैं।इसके अलावा विपक्ष अब महात्मा गाँधी और जवाहर लाल नेहरू के विचारों का पालन करते हुए, सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रहा है।


इस हिसाब से स्थिति जनता पार्टी (1977 में) सरकार जैसी बन सकती है। जिसमें चुनाव की घोषणा के बाद कई राजनीतिक दलों ने मिलकर जनता पार्टी का गठन कर केंद्र में सरकार बनायीं थी।



उद्धव ठाकरे सकारात्मक सोच वाले


शरद पवार ने शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बारे में कहा, “उद्धव ठाकरे भी साथ काम करने के मामले में एक सकारात्मक व्यक्ति है। उद्धव ठाकरे की सोच बिलकुल हमारे जैसी है।” उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा सरकार के ख़िलाफ़ लहर देखने को मिल रही है, ऐसी ही लहर उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिल रही है।



राहुल गाँधी पर शरद पवार


पवार ने कहा कि राहुल गाँधी को पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई (जनता पार्टी) से ज़्यादा समर्थन मिला हुआ है। राहुल क्षेत्रीय पार्टियों से लगातार तालमेल बनाये हुए हैं। राहुल समान विचारधारा के लोगों को एक साथ लाना चाहते हैं। अगर ‘इंडिया गठबंधन’ की सरकार आती है तो हमें एक स्थिर सरकार देने पर ज़ोर देना है।